Monday, July 26, 2021

कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई



भारत वीर योद्धाओं की भूमि है। भारत ने हमेशा कड़ा संघर्ष किया है और दुश्मनों को हमेशा धूल चटाई है। इसका एक ताजा उदाहरण कारगिल युद्ध के रूप में देखा ज सकता है। कारगिल में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध जीते 22 साल हो चुके हैं। इस उपलब्धि पर भारत हर साल कारगिल विजय दिवस मनाता है। भारतीय सशस्त्र बल के सैनिकों ने हजारों फिट की ऊंचाई पर पक्सितानी सेना को खदेड़ा और अपनी जमीन उनके कब्जे से वापस ली। वर्ष 1999 में जब हमने पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध जीता था, तब दुनिया ने भारतीय सेना की बहादुरी की गाथा गIई। देश इस जीत का जश्न मनाने के लिए पूरे भारत में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।

कारगिल युद्धक्षेत्र दुनिया के सबसे ऊंचे और खतरनाक युद्धक्षेत्रों में से एक है। युद्ध श्रीनगर से 205 किमी दूर कारगिल शहर में स्थित टाइगर हिल क्षेत्र में लड़ा गया था। यहां की रातें लंबी होती हैं और तापमान -48 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता था।
यह दो महीने का लंबा युद्ध 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ जब पाकिस्तानी सेना ने घोषणा की कि उन्होंने विवादित क्षेत्र से अपनी सेना वापस ले ली है। इस ऑपरेशन को ऑपरेशन विजय नाम दिया गया था। कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन मनोज कुमार पांडेय,सूबेदार योगेन्द्र सिंह यादव के साथ भारतीय सेना ने 26 जुलाई 1999 को उस चौकी पर बहादुरी से लड़ाई लड़ी, जिस पर पाकिस्तान का प्रभुत्व था।
इसलिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर सभी शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं। हम हर जगह देशभक्ति महसूस करते हैं। शहीदों और भारतीय सेना की शक्ति को श्रद्धांजलि देते हुए सेना के स्टंट और परेड की जाती है।

भारतीय सेना देश के लिए हमेशा तैयार है, चाहे कोई भी स्थिति हो या स्थिति, आतंकवाद, प्राकृतिक आपदा, आतंकी हमले या कर्फ्यू से लड़ना। कारगिल युद्ध एक ऐसी घटना है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। 'भारतीय सेना उस मां की तरह है जो निस्वार्थ भाव से काम करती है और बदले में कभी नहीं मांगती। हमारी सेना के इस वीर बलिदान को भुलाया नहीं जा सकेगा और यह हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।

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