World No Tobacco Day 2021
विश्व तंबाकू निषेध दिवस
हर वर्ष देशभर में 31 मई को नो टोबैको डे यानी विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को तंबाकू सेवन से होने वाले नुकसानों के बारे में जागरूक किया जाता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के द्वारा इस दिन की शुरुआत साल 1987 में की गई थी। तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। तंबाकू या फिर बीड़ी, सिगरेट का नशा करने से फेफड़ों को भारी नुकसान पहुंचता है। यही वजह है कि इन चीजों से दूरी बनाकर रखना चाहिए।
The theme for World No Tobacco Day 2021 is "Commit to Quit".
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2021 थीम : “छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध” हैं.
नो टोबैको डे का उद्देश्य
वर्ल्ड नो टोबैको डे का उद्देश्य लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान को लेकर जागरुक करना है। क्योंकि धूम्रपान से कैंसर का खतरा होता है, ये लाइन तंबाकू और सिगरेट की डिब्बियों पर चेतावनियों के रूप में लिखी होती हैं, लेकिन इसके बाद भी लोग इन चीजों का सेवन करते जाते हैं, जो आपको कई गंभीर बीमारियों की चपेट में ला सकती है।
गुजरे एक वर्ष में कोविड महामारी में इतने उतार चढ़ाव आए हैं कि निश्चित रूप से यह कह पाना मुश्किल है कि इसका प्रकोप अभी कितने दिन और रहेगा। इस महामारी की दूसरी लहर और ऑक्सीजन की कमी से टूटती सांसों ने फेफड़ों की सेहत दुरुस्त रखने की जरूरत नए सिरे से बताई है। डब्ल्यूएचओ की मानें तो धूम्रपान करके अपने फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों में कोविड की गंभीरता और इससे मौत का जोखिम 50 फीसदी ज्यादा होता है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा- धूम्रपान छोड़ देने में ही भलाई
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस 28 मई को जारी एक विज्ञप्ति में कहते हैं कि धूम्रपान करने वालों में कोरोना की गंभीरता और इससे मौत होने का जोखिम 50 फीसदी तक ज्यादा होता है, इसलिए कोरोना वायरस के जोखिम को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ देने में ही भलाई है। धूम्रपान की वजह से कैंसर, दिल की बीमारी और सांस की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है।
महामारी में धूम्रपान से कहें ना
इस संबंध में नारायणा अस्पताल गुरुग्राम में कंसल्टेंट एंड सर्जन, हेड एंड नेक ऑन्कोलॉजी डॉक्टर शिल्पी शर्मा बताती हैं, ''आज के दौर में जो लोग धूम्रपान करते हैं, उन्हें कोविड महामारी को इस लत को छोड़ने के एक और कारण के रूप में देखना चाहिए। उन्हें कोविड की गंभीरता से जूझ रहे और फेफड़ों की क्षमता खो रहे मरीजों के बारे में जानकारी लेकर स्वस्थ फेफड़ों के महत्त्व को समझना चाहिए, और अपने फेफड़ों को इस धीमे जहर से बचाने का प्रण लेना चाहिए।''
इन खतरों से खुद को बचाएं
एक्शन कैंसर अस्पताल में सीनियर कंसल्टेंट, हेड एंड नेक, ब्रेस्ट एंड थोरैसिक ऑन्को सर्जरी यूनिट डॉक्टर राजेश जैन के अनुसार ''कोविड या फेफड़ों से संबंधित किसी भी संक्रमण के सन्दर्भ में सबसे पहले यह समझें कि फेफड़े जितने स्वस्थ होंगे, संक्रमित व्यक्ति के ठीक होने की क्षमता भी उतनी होगी। ऐसे में जाहिर है कि धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के फेफड़े तुलनामक रूप से कमजोर होंगे तो कोविड संक्रमण के बाद होने वाले गंभीर निमोनिया का अधिक जोखिम होगा।''
तंबाकू के सेवन करने से सेहत को होने वाले 3 बड़े नुकसान
तंबाकू के सेवन से आंखें कमजोर होती हैं।
- तंबाकू का सेवन करने से इंसान के फेफड़े खराब हो जाते हैं।
- तंबाकू के सेवन करने से ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है ।
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